स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया: हल्के संक्रमण वाले ऐसे कर सकते हैं होम आइसोलेशन?
सेहतराग टीम
देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इन नए मरीजों में कुछ मरीज ऐसे भी होते हैं जिनमें कोरोना के कुछ ही लक्षण होते हैं यानि कुछ मरीज ऐसे होते हैं जिनकी हालत अधिक गंभीर नहीं होती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे लोगों के लिए गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के अनुसार अगर ऐसेलोगों के पास घर पर रहने की बेहतर सुविधा है तो होम आइसोलेशन का पालन कर सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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होम आइसोलेशन के लिए क्या जरूरी?
- अगर डॉक्टर ने किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण की संख्या काफी कम बताई है, तो वह होम आइसोलेशन कर सकता है।
- घर पर आइसोलेशन की सुविधाएं होनी चाहिए, साथ में रहने घर वालों के लिए भी अलग रहने की सुविधा होनी चाहिए।
- 24 घंटे के लिए एक सहायक साथ में होना चाहिए, जो लगातार अस्पताल के संपर्क में रहे।
- कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले, साथ में रहने वाले व्यक्ति को डॉक्टर की सलाह के अनुसार हाइड्रोक्सीक्लोक्वीन लेनी चाहिए।
- आरोग्य सेतु ऐप को अपने फोन में डाउनलोड करें।
- व्यक्ति को लगातार अस्पताल और जिला के मेडिकल अधिकारी को अपनी सेहत की जानकारी देनी होगी।
- सेल्फ आइसोलेशन को दिया गया फॉर्म भरना जरूरी।
- इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध हैं।
किस स्थिति में डॉक्टरों से तुरंत संपर्क जरूरी?
- सांस लेने में तकलीफ
- छाती में लगातार हो रहा दर्द
- मानसिक भ्रम पैदा होना।
- होठ, चेहरे का नीला पड़ना।
- जब डॉक्टर के द्वारा उपचार की सलाह दी जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जबतक मेडिकल अधिकारी आपको कोरोना मुक्त घोषित ना कर दे और आपसे आइसोलेशन खत्म करने को ना कहें, तबतक इसे जारी रखना है।
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